नेशनल हाई स्पीड रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड ने मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेल कॉरिडोर (एमएएचएसआर डी -2 पैकेज) के लिए गुजरात राज्य में कार्यशाला, निरीक्षण शेड, बिल्डिंग्स, रखरखाव सुविधाओं और संबंधित कार्यों से युक्त साबरमती डिपो के डिजाइन और निर्माण के लिए मैसर्स सोजित्ज़ कॉर्पोरेशन, जापान (नेतृत्व) और लार्सन एंड टुब्रो (एल एंड टी) कंसोर्टियम के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए।
अनुबंध समारोह में एनएचएसआरसीएल के प्रबंध निदेशक, श्री राजेंद्र प्रसाद, रोलिंग स्टॉक निदेशक, श्री विजय कुमार तथा अन्य निदेशकों के साथ जापान दूतावास, भूमि, अवसंरचना, परिवहन और पर्यटन मंत्रालय (MLIT), जापान सरकार, जेआईसीसी (JICC) और जेआईसीए (JICA) के अधिकारियों ने भाग लिया।
यह डिपो जापान में स्थित शिंकानसेन की सेंदाई और कनाजावा रखरखाव डिपो पर आधारित होगी। रोलिंग स्टॉक के निरीक्षण और रखरखाव करने के लिए आवश्यक 800 से अधिक विशेष मशीनरी के लगभग 250 प्रकार, इस डिपो के लिए जापान से आएंगे, जिसमें कंपन, तापमान, शोर की जांच शामिल है जो उच्च गति से चलने वाली ट्रेनों के लिए महत्वपूर्ण होंगे तथा यात्री आराम सुनिश्चित करेंगे। डिपो में हाई-स्पीड ट्रेनसेट के सुरक्षित और विश्वसनीय रखरखाव को सुनिश्चित करने के लिए सभी सुरक्षा विशेषताएं होंगी।
एक सुरक्षित और स्वस्थ कार्य वातावरण प्रदान करने के लिए, डिपो में उचित वेंटिलेशन, शोर और धूल दमन, सुरक्षा सुविधाएं, वर्षा जल संचयन की सुविधा, एलईडी (LED) आधारित कृत्रिम प्रकाश प्रणाली के अलावा प्राकृतिक प्रकाश व्यवस्था और भविष्य में शेड और इमारतों की छत पर सौर पैनल स्थापित करने का प्रावधान जैसी नवीनतम वास्तुशिल्प विशेषताएं होंगी।
यह वर्कशॉप और डिपो प्रबंधन प्रणाली, आईटी और डेटा नेटवर्क प्रणाली, फायर डिटेक्शन और अलार्म प्रणाली, एक्सेस कंट्रोल सिस्टम आदि जैसे विभिन्न आधुनिक प्रणालियों से लैस होगी। साबरमती कार्यशाला और डिपो की इमारत और शेड को बेहतर रूप से डिजाइन किया जाएगा। एक अन्य पैकेज के तहत सुविधा के निर्माण के लिए प्रारंभिक कार्य पहले से ही प्रगति पर हैं।