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मीडिया ब्रीफ : सौर ऊर्जा से संचालित होगी साबरमती मल्टीमोडल ट्रांसिट हब बिल्डिंग

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RESCO मोड में स्थापित हुआ गुजरात का पहला रूफ टॉप सोलर प्लांट 

गुजरात के अहमदाबाद में साबरमती मल्टी मॉडल ट्रांजिट हब बिल्डिंग में (नवीकरणीय ऊर्जा सेवा कंपनी) रेस्को मोड के तहत 700 किलोवाट का सोलर पावर प्लांट स्थापित किया गया है।
साबरमती हब एक मल्टी-मॉडल ट्रांजिट बिल्डिंग है जो एचएसआर सिस्टम के साथ रेलवे स्टेशन, मेट्रो, बीआरटी और सड़क परिवहन जैसे अन्य साधनों को निर्बाध कनेक्टिविटी प्रदान करेगा।
मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेल कॉरिडोर का क्रियान्वयन कर रही कंपनी, नेशनल हाई-स्पीड रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एनएचएसआरसीएल), गुजरात राज्य की पहली इकाई बन गई है, जिसने रेस्को (RESCO) मोड में नेट-मीटरिंग के लिए अनुमोदन और गुजरात ऊर्जा विकास एजेंसी (जीईडीए) द्वारा पंजीकरण प्राप्त प्राप्त किया है।
इस पहल के परिणामस्वरूप पूंजीगत व्यय (कैपेक्स) में 2.73 करोड़ रुपये की पर्याप्त बचत हुई है, जिसका उपयोग रूफ टॉप सोलर प्लांट इनस्टॉल करने में किया गया है।
सोलर प्लांट से सालाना लगभग 10 लाख यूनिट ग्रीन एनर्जी उत्पन्न होने की उम्मीद है, जिसमें एनएचएसआरसीएल द्वारा 25 वर्षों की उल्लेखनीय अवधि के लिए शून्य निवेश और रखरखाव लागत होगी।
रेस्को मोड के तहत कार्यान्वित, सोलर फोटोवोल्टिक (पीवी) परियोजना को अगले 25 वर्षों के लिए 3.9 रुपये प्रति यूनिट की आकर्षक दर पर अनुबंधित किया गया है। यह दर लगभग 11 रुपये प्रति यूनिट की वर्तमान डिस्कॉम (DISCOM) दर से काफी कम है, जो रिन्यूएबल एनर्जी समाधानों को अपनाने की आर्थिक व्यवहार्यता और स्थायी लाभों पर जोर देती है।
एनएचएसआरसीएल का दूरदर्शी दृष्टिकोण न केवल हरित भविष्य की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम का प्रतीक है, बल्कि ऊर्जा खपत के क्षेत्र में पर्यावरण-अनुकूल तकनीकों का पता लगाने और अपनाने के लिए अन्य संस्थाओं के लिए एक मिसाल भी कायम करता है। पहले रूफ-टॉप सोलर प्रोजेक्ट के पंजीकरण के साथ, एनएचएसआरसीएल द्वारा सभी स्टेशनों, बिल्डिंग्स, डिपो और शेड में इस तरह की और परियोजनाओं के लिए निरंतर प्रयास किया जायेगा ।
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