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प्रेस विज्ञप्ति

Published Date

अग्रणी प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए, हाई स्पीड रेल प्रशिक्षण संस्थान(उच्च गति रेल प्रशिक्षण संस्थान), तीव्रतम गति के साथ निर्माण की दिशा में अग्रसर
एन.एच.एस.आर.सी.एल., वड़ोदरा में एक उच्च गति रेल प्रशिक्षण संस्थान(एच.एस.आर.टी.आई.) बना रहा है। यह संस्थान, भारत में भविष्य के सभी उच्च गति रेल कार्यबल का प्रशिक्षण स्थल बनेगा। यह प्रशिक्षण संस्थान चल स्टॉक, सिविल तथा ट्रैक अनुरक्षण, बिजली, संकेत तथा दूरसंचार, स्टेशन तथा गाड़ी के चालक दल सहित विभिन्न विधाओं के लगभग 3500 कर्मियों को प्रशिक्षित करेगा।

नवीनतम तकनीक वाला यह संस्थान, आधुनिकतम उच्च गति रेल प्रशिक्षण संस्थान बनेगा, जो बारह कक्षाओं, तीन बहुद्देशीय कक्षों, छह प्रशिक्षण कक्षों, दो बड़े भंडारण कमरों, 250 सीट वाले ऑडिटोरियम तथा निर्माण के अन्य अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित रहेगा। एच.एस.आर.टी.आई. में सभी प्रशिक्षुओं के रहने की भी सुविधा रहेगी।

आधुनिक, स्मार्ट, डिजिटल तथा आभासी वास्तविकता पर आधारित कक्षाओं तथा प्रयोगशालाओं के माध्यम से प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। चालकों, कंडक्टरों तथा परिचालन नियंत्रण केन्द्रों के कर्मियों को नमूना आधारित प्रशिक्षण उपलब्ध कराया जाएगा।

अनुवर्ती/दुहराने वाले प्रशिक्षण, फेरबदल/द्विविषयक प्रशिक्षण, संरक्षा/आपातकालीन प्रतिक्रिया प्रशिक्षण, ग्राहक देखभाल तथा व्यावहारिक कौशल प्रशिक्षण सहित विभिन्न कोटियों में विशेष प्रशिक्षण मॉड्यूल तैयार किए जा रहे हैं।

प्रशिक्षण तथा परिचालन और अनुरक्षण से जुड़े कार्यों को सुगम बनाने के लिए, 360 कर्मचारियों के एक दल को जापान में प्रशिक्षित किया जाएगा। तदुपरांत 360 में से 78 कर्मचारी, संबंधित विधा में संपूर्ण सक्षमता विकसित करने और उनमें विशेषज्ञता हासिल करने के लिए “ऑन द जॉब” प्रशिक्षण के लिए जाएंगे। विभिन्न विशेषज्ञताओं में कर्मचारियों की कुल प्रशिक्षण अवधि, 3 से 12 माह तक की होगी।

निर्माण की अद्यतन स्थिति :
एच.एस.आर.टी.आई. को संविदा के तीन पैकेजों में बाँटा गया है, जिनके नाम क्रमशः टीआई-1, टीआई-2 तथा टीआई-3 हैं। संस्थान का मुख्य भवन(टीआई-1) का निर्माण, 2020 के अंत तक होने की संभावना है। प्रशिक्षण के उद्देश्यों के लिए स्लैब ट्रैकों तथा उससे जुड़े फिटिंग्स एवं फिक्सरों सहित, सभी सुविधाओं वाले प्रशिक्षण लाइन(टीआई-2) होंगे, जो 2019 के प्रारंभ में तैयार हो जाएंगे। छात्रावास भवन(टीआई-3) का निर्माण 2019 के मध्य तक पूरा होने की संभावना है।   
नेशनल हाई स्पीड रेल कार्पोरेशन लिमिटेड(एन.एच.एस.आर.सी.एल.), मुंबई तथा अहमदाबाद के बीच हाई स्पीड ट्रेन कॉरीडोर प्रोजेक्ट के कार्यान्वयन के लिए, भारत सरकार और परियोजना में शामिल राज्य सरकारों की एक संयुक्त उपक्रम वाली कंपनी है।

सुषमा गौर
ए.जी.एम./सी.सी., एन.एच.एस.आर.सी.एल.