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हाई स्पीड रेल प्रणाली के क्षेत्र में एचएसआरआईसी (HSRIC) के माध्यम से 'मेक इन इंडिया' समाधान

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नेशनल हाई स्पीड रेल कॉरपोरेशन के तत्वावधान में एचएसआर इनोवेशन सेंटर (एचएसआरआईसी) ने रेलवे डोमेन, विशेष रूप से हाई-स्पीड रेलवे के लिए स्वदेशी समाधानों के विकास के लिए विभिन्न आईआईटी और आईआईएससी के साथ कई सहयोगी अनुसंधान परियोजनाएं शुरू की हैं।

एचएसआरआईसी की छठी सलाहकार परिषद की बैठक आज आयोजित की गई, जिसमें एनएचएसआरसीएल के निदेशकों और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ प्रबंध निदेशक, श्री राजेंद्र प्रसाद, रेलवे तकनीकी अनुसंधान संस्थान (जापान) के अध्यक्ष, टोक्यो विश्वविद्यालय के संकाय, आईआईटी दिल्ली, आईआईटी मुंबई, आईआईटी कानपुर, आईआईटी गांधीनगर, आईआईटी मद्रास, आईआईटी रुड़की, आईआईटी तिरुपति, आईआईटी खड़गपुर के निदेशकों ने चल रही परियोजनाओं की समीक्षा की।

इस अवसर पर एनएचएसआरसीएल के प्रबंध निदेशक, श्री राजेंद्र प्रसाद ने कहा, "आईआईएससी बैंगलोर, आईआईटी बॉम्बे और आईआईटी दिल्ली के सहयोग से ट्रैक्शन और पावर सप्लाई के डिजाइन और सत्यापन के लिए एक साथ सॉफ्टवेयर का स्वदेशी विकास 'मेक इन इंडिया' की दिशा में एक प्रमुख मील का पत्थर है क्योंकि वर्तमान में, हम विदेशी सॉफ्टवेयर पर निर्भर हैं”।

चल रहीं सभी परियोजनाएं सिविल इंजीनियरिंग क्षेत्र से संबंधित हैं, जैसे एचएसआर और रेलवे अनुप्रयोगों के लिए प्रबलित एअर्थ स्ट्रक्टर्स, हाई स्पीड रेलवे ट्रैक के लिए सीएएम पर विस्तृत अध्ययन, हाई स्पीड रेलवे वायाडक्ट डिजाइन का अनुकूलन और विद्युत डोमेन जैसे विद्युत आपूर्ति के लिए सिमुलेशन मॉडलिंग और ओएचई (OHE) डिजाइन आदि।

विकास के अलावा, वर्ष 2022-2023 में इंस्टीट्यूट ऑफ इलेक्ट्रिकल एंड इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियर्स (IEEE) तथा वाइब्रेशन इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी ऑफ़ मशीनरी के सम्मेलनों (VETOMAC) में आईआईटीडी, आईआईएससी और आईआईटीबी द्वारा एचएसआरआईसी के तत्वावधान में ट्रैक्शन पावर सप्लाई सिस्टम और पैंटोग्राफ और कैटेनरी के गतिशील इंटरैक्शन के क्षेत्र में कई तकनीकी पत्र प्रकाशित किए गए हैं।

 

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