जैसा कि हमारे कई पाठकों ने हवाई यात्रा के दौरान टेक-ऑफ और डिसेंट के दौरान वायु दाब में परिवर्तन के कारण कान में दर्द का अनुभव किया होगा। हाई स्पीड रेल यात्रा के दौरान भी ऐसा ही अनुभव हो सकता है, खासकर सुरंगों से गुजरते समय। इसका कारण यह है कि जब ट्रेन तेज गति से सुरंग में प्रवेश करती है, तो गाड़ी के अंदर और बाहर हवा के दबाव में अंतर होता है, जिससे कान में दर्द होता है। हमारे यात्रियों को होने वाली इस असुविधा को दूर करने के लिए, गाड़ी के पूरे हिस्से को एयर टाइट बनाया जाएगा, ताकि दबाव में अचानक होने वाले अंतर से बचा जा सके।
शोर किसी भी मशीनरी का एक अभिन्न अंग है। इंजीनियर उपयोगकर्ताओं और हाई-स्पीड रेल नेटवर्क के आसपास रहने वाले लोगों के लिए इस असुविधा को दूर करने के लिए दिन-रात काम करते हैं। शोर को कम करने के लिए इन ट्रेनों में कई विशेषताएं अपनाई और फिट की जाएंगी। उदाहरण के लिए, कार बॉडी में डबल स्किन एल्युमिनियम मिश्र धातु का उपयोग, शोर इन्सुलेशन के साथ एयर टाइट फ़्लोर, बोगी हिस्से पर ध्वनि अवशोषित करने वाले साइड कवर, कारों के बीच फेयरिंग (स्मूथ कवर) आदि।
इन ट्रेनों में अलग-अलग वर्ग होंगे, जैसे कि बिजनेस क्लास और स्टैंडर्ड क्लास। सभी वर्गों की सीटें एर्गोनॉमिक रूप से डिज़ाइन की गई हैं और यात्रियों के आराम के लिए पर्याप्त लेग स्पेस है। इसके अतिरिक्त, ट्रेनों में आधुनिक यात्री विमान जैसी सुविधाएँ जैसे कि एलईडी लाइटिंग, ओवरहेड बैगेज रैक, सीट लेग रेस्ट रीडिंग लैंप आदि प्रदान किए जाएंगे। ट्रेनों में लैपटॉप/मोबाइल चार्जिंग के लिए पावर आउटलेट, फोल्डेबल टाइप्ड टेबल, बॉटल होल्डर, कोट होल्डर आदि जैसी अन्य सुविधाएँ भी होंगी। कारों में पुरुषों, महिलाओं के लिए आधुनिक शौचालय लगाए जाएंगे और व्हीलचेयर की पहुँच पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
रेलगाड़ियों में यात्रियों के साथ नियमित संचार के लिए उन्नत यात्री सूचना प्रणाली लगाई जाएगी। एलसीडी यात्री सूचना डिस्प्ले सिस्टम अंग्रेजी, हिंदी और क्षेत्रीय भाषाओं में जानकारी प्रदान करेगा। डिस्प्ले में ट्रेन का नाम और नंबर, वर्तमान स्टेशन, अगला स्टॉपिंग स्टेशन और गंतव्य स्टेशन, यात्री से संबंधित सुरक्षा/आपातकालीन जानकारी, दरवाजा खुलने का स्थान और गति आदि जैसी जानकारी दिखाई जाएगी।
एलसीडी डिस्प्ले के अलावा, वॉयस कम्युनिकेशन सिस्टम जिसमें पब्लिक एड्रेस सिस्टम, स्वचालित घोषणा प्रणाली, आपातकालीन कॉल उपकरण, चालक दल के बीच संचार के लिए उपकरण शामिल हैं, ऑन-बोर्ड प्रदान किए जाएंगे। सभी यात्री केबिन और शौचालयों में आपातकालीन कॉल सिस्टम प्रदान किया जाएगा।
किसी भी आपात स्थिति में यात्री एक बटन दबाकर ट्रेन चालक दल से बात कर सकेंगे।
ट्रेनों में दिव्यांग यात्रियों की ज़रूरतों को पूरा करने के लिए विशेष प्रावधान होंगे। विशेष बोगियों में कुछ सीटें व्हीलचेयर के अनुकूल होंगी। व्हीलचेयर के लिए सुलभ शौचालय विशेष ज़रूरतों के हिसाब से इस्तेमाल में आसान बनाए जाएंगे।
प्रत्येक कार में विश्व स्तरीय बैठने की व्यवस्था के अलावा, एक कार में बीमार व्यक्तियों या बच्चों को दूध पिलाने वाली महिलाओं और ऐसे कई अन्य पर्पस के लिए फोल्डिंग बेड, बैगेज रैक, दर्पण आदि के साथ मल्टीपर्पज़ रूम उपलब्ध कराया जाएगा। मल्टीपर्पज़ रूम इतना बड़ा होगा कि उसमें व्हील चेयर यात्री भी बैठ सकें।
इस परियोजना में यात्रियों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी गई है। यात्री केबिन और वेस्टिबुल एरिया में पर्याप्त संख्या में कैमरे लगाए जाएंगे जो ट्रैन में किसी भी संदिग्ध गतिविधि को रिकॉर्ड करेंगे।
इन ट्रेनों में लगी सभी सीटें ट्रेन की गति की दिशा के अनुरूप घूम जाएंगी।