मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन परियोजना के निर्माण स्थलों पर श्रमिकों की सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए नुक्कड़ नाटक की श्रृंखला के अंतर्गत एक जागरूकता अभियान, 'प्रयास' आयोजित किया गया। यह अभियान एमएएचएसआर कॉरिडोर के लिए 100 से अधिक निर्माण स्थलों पर 13,000 से अधिक श्रमिकों के लिए आयोजित किया गया।
दो-भाग की यह श्रृंखला, इस वर्ष जून और दिसंबर में आयोजित की गई। इन नुक्कड़ नाटक के आयोजन का मुख्य उद्देश्य एक आकर्षक और संवादात्मक प्रारूप के माध्यम से निर्माण स्थलों पर सुरक्षा के महत्वपूर्ण पहलुओं के बारे में श्रमिकों को जागरूक करना और शिक्षित करना है । प्रदर्शनों का उद्देश्य दुर्घटनाओं को रोकने और उनके स्वास्थ्य और सुरक्षा के प्रमुख उपायों पर जोर देते हुए श्रमिकों को शिक्षित करना है।
नाटकों में प्रमुख सुरक्षा विषयों को प्रस्तुत किया गया, जिसमें सुरक्षा उपकरणों के उचित उपयोग, सुरक्षा प्रोटोकॉल के पालन, आपातकालीन प्रतिक्रिया रणनीतियों, ऊंचाई पर काम करने के लिए सुरक्षा उपायों और सुरक्षित कार्यस्थल को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर ध्यान केंद्रित किया गया, जिससे कर्मचारियों की रुचि जागृत हुई और सुरक्षा संबंधी जानकारी प्रभावी रूप से प्रदान की गई।
बुलेट ट्रेन निर्माण स्थलों पर काम करने वाले मजदूर देश के अलग-अलग भाग से आते हैं और अलग-अलग भाषाएं और बोलियां बोलते हैं। सुरक्षा संदेश को प्रभावी रूप से संप्रेषित करने के लिए, नुक्कड़ नाटकों में सरल, स्पष्ट और आसानी से समझ में आने वाली भाषा का इस्तेमाल किया गया।
अभियान में सभी कास्टिंग यार्ड, सुरंग शाफ्ट, निर्माणाधीन स्टेशन, डिपो, पुल और वायाडक्ट साइट्स को शामिल किया गया।